देहरादून:आठवें देहरादून इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का आगाज शुक्रवार को हुआ। उद्घाटन के मौके पर दून की शाम फिल्मी सितारों से सजी। फेस्टिवल का उद्घाटन हरिद्वार रोड स्थित एक होटल में किया गया। कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल और सुबोध उनियाल ने बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की।गणेश वंदना से शुरू हुए कार्यक्रम में अभिनेत्री हिमानी शिवपुरी ने कहा, उत्तराखंड प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है। शूटिंग के लिए उत्तराखंड फिल्म निर्माताओं की पहली पसंद बन रहा है। अभिनेता वरुण बड़ोला ने कहा, उत्तराखंड की धरती पर हुनर की कमी नहीं है। प्रतिभा को मंच मिले तो वह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर देश व उत्तराखंड का नाम रोशन कर सकते हैं।
वहीं, अभिनेता मोहन कपूर ने कहा, देहरादून से बचपन से नाता है। जब भी मौका मिलता है वह पहाड़ चले आते हैं। अभिनेत्री नेहा सक्सेना ने कहा, कला की न कोई भाषा होती है और न कोई जाति धर्म। कला हर वर्ग विशेष को अपनी अलग पहचान बनाने के लिए मौका देती है।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा, कलाकार और कला की कोई सीमा नहीं होती। उत्तराखंड सरकार फिल्म निर्माताओं और कलाकारों की हर संभव मदद करने के लिए तैयार है। इसी को देखते हुए फिल्म नीति बनाई गई है
कहा, यह दशक उत्तराखंड का दशक होगा। इसके लिए हम काम कर रहे हैं। वहीं, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा, उत्तराखंड राज्य विविधताओं का राज्य है। इतना ही नहीं उत्तराखंड दुनिया के सबसे सुंदर राज्यों में से एक है। इस मौके पर फेस्टिवल के आयोजक राजेश शर्मा, अभिनेता विनय पाठक समेत सैकड़ों दर्शक मौजूद रहे
बॉक्स ऑफिस में धमाल मचाने वाली फिल्म गदर-2 में जनरल हामिद इकबाल का किरदार निभाने वाले अभिनेता मनीष माधवा ने आदाब से अपना संबोधन शुरू किया। इसके बाद उन्होंने कहा, आदाब बोल रहा हूं, लेकिन पाकिस्तान से नहीं हूं। मूल रूप से हरियाणा निवासी माधवा ने कहा, भारतीय होने पर गर्व है। गदर-2 के अनुभव साझा करते हुए उन्होंने कहा, अमरीश पुरी की जगह वह नहीं ले सकते। अभिनेता सनी देओल के साथ काम करना यादगार रहा। वहीं, अभिनेता प्रदीप सिंह रावत ने कहा, मेहनत और टैलेंट सफलता के रास्ते आसान बनाते हैं।
चक दे इंडिया फेम अभिनेत्री चित्राशी रावत ने पहाड़ी गीत ठंडो रे ठंडो.. गीत की प्रस्तुति से सबको मंत्रमुग्ध कर दिया। मूल रूप से देहरादून निवासी चित्राशी ने कहा, भारतीय सिनेमा बहुत खूबसूरत है। हमारा सिनेमा देश के हर जाति धर्म के लोगों को आपस में जोड़ता है। साथ ही उन्होंने कहा, उत्तराखंड उनके दिल में बसता है। एक बार जो उत्तराखंड आता है वह यहीं का हो जाता है। चित्राशी राष्ट्रीय स्तर की एथलीट हैं।