केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार उत्तराखंड में गुरुवार सात से 11 सितंबर तक चार धाम की हेली सेवा स्थगित कर दी गई हैं। इस दौरान तीर्थयात्रियों को सड़क मार्ग से ही परिवहन करना होगा। साथ ही केदारनाथ में पैदल मार्ग का प्रयोग करना होगा। 12 सितंबर से हेली सेवा पुन बहाल कर दी जाएगी। फिलहाल यात्रियों को थोड़ी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।
जी-20 सम्मेलन के चलते राजधानी दिल्ली से लेकर उत्तराखंड तक यातायात पर प्रभाव पड़ा है। बस सेवा से लेकर अब चार धाम यात्रा पर भी इसका प्रभाव पड़ा है। नई दिल्ली में नौ और 10 सितंबर को होने वाली जी-20 देशों की समिट की सुरक्षा की दृष्टि से चार धाम यात्रा की हेली सेवा प्रभावित रहेगी।
केंद्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार उत्तराखंड में गुरुवार सात से 11 सितंबर तक चार धाम की हेली सेवा स्थगित कर दी गई हैं। इस दौरान तीर्थयात्रियों को सड़क मार्ग से ही परिवहन करना होगा। साथ ही केदारनाथ में पैदल मार्ग का प्रयोग करना होगा। 12 सितंबर से हेली सेवा पुन: बहाल कर दी जाएगी।
डीआईजी गढ़वाल करन सिंह नगन्याल ने बताया कि नई दिल्ली में जी-20 के दृष्टिगत उत्तराखंड के लिए भी दिशा-निर्देश प्राप्त हुए हैं। सुरक्षा कारणों से हेली सेवाओं को चार दिन के लिए प्रतिबंधित कर दिया गया है। सभी हेली सेवा कंपनियों को इस संबंध में सूचित कर दिया गया है। साथ ही तीर्थ यात्रियों से भी अपील की गई है कि वे सड़क मार्ग से चार धाम यात्रा कर सकते हैं।
12 सितंबर से सभी सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी। इन दिनों चार धाम में दो हेली कंपनियां सेवाएं दे रही हैं। मानसून के चलते सात अन्य कंपनियों ने सेवाएं शुरू नहीं की हैं। इनके सितंबर मध्य में सेवाएं शुरू करने की उम्मीद है। फिलहाल तीर्थयात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।