दाखिलों की प्रक्रिया पूरी करने के लिए सरकार ने तीन बार तिथि भी बढ़ाई। 26 अगस्त से सरकार ने समर्थ पोर्टल से ग्रेजुएशन दाखिलों का लिंक हटा दिया है। सभी कॉलेजों को भी इसकी सूचना भेज दी है। विवि व सरकारी कॉलेजों में करीब 30 और निजी कॉलेजों में करीब 50 प्रतिशत सीटें खाली हैं।
समर्थ पोर्टल के माध्यम से सरकार ने राज्य के तीन विश्वविद्यालयों में स्नातक के दाखिले बंद कर दिए हैं। इस वजह से उत्तराखंड बोर्ड की कंपार्टमेंट परीक्षाएं देने वाले छात्र परेशान हैं। उनका अभी तक रिजल्ट नहीं आया है।
दरअसल, इस साल प्रदेश के राजकीय विश्वविद्यालयों व संबद्ध कॉलेजों में समर्थ पोर्टल के माध्यम से ग्रेजुएशन के दाखिले दिए गए हैं। इन दाखिलों की प्रक्रिया पूरी करने के लिए सरकार ने तीन बार तिथि भी बढ़ाई।
26 अगस्त से सरकार ने समर्थ पोर्टल से ग्रेजुएशन दाखिलों का लिंक हटा दिया है। सभी कॉलेजों को भी इसकी सूचना भेज दी है। विवि व सरकारी कॉलेजों में करीब 30 और निजी कॉलेजों में करीब 50 प्रतिशत सीटें खाली हैं।
उत्तराखंड बोर्ड की कंपार्टमेंट परीक्षाएं सात अगस्त से 12 अगस्त के बीच हुई हैं। उनका अभी मूल्यांकन चल रहा है। वह सभी छात्र परेशान हैं कि इस परीक्षा के बाद जब रिजल्ट आएगा तो वह कहां दाखिला लेंगे। उनके पास कोई विकल्प ही नहीं बचा है।
तिथि आगे बढ़ाई जाने की मांग
गढ़वाल विवि व इसके संबद्ध कॉलेजों में केवल सीयूईटी के माध्यम से दाखिले दिए जा रहे हैं। कुमाऊं विवि, अल्मोड़ा विवि, श्रीदेव सुमन विवि के संबद्ध कॉलेजों में दाखिले बंद कर दिए गए हैं। कंपार्टमेंट देने वाले छात्रों ने सरकार से मांग की है कि तिथि आगे बढ़ाई जाए।
प्राकृतिक आपदाओं के बीच दाखिलों की तिथि बढ़ाने की मांग
एसोसिएशन ऑफ सेल्फ फाइनेंस्ड इंस्टीट्यूट के अध्यक्ष डॉ. सुनील अग्रवाल ने कहा कि प्रदेश में भारी आपदा का वक्त गुजर रहा है। गढ़वाल विवि व इसके कॉलेजों में केवल सीयूईटी से दाखिलों का विकल्प है तो दूसरी ओर राज्य विश्वविद्यालयों में समर्थ पोर्टल से दाखिले बंद हो चुके हैं। छात्र आंदोलन से स्पष्ट है कि बड़ी संख्या में छात्र सीयूईटी से वंचित रह गए हैं, जिन्हें केंद्रीय विवि में दाखिला नहीं मिल रहा। पिछले दो माह से प्राकृतिक आपदाओं के कारण जनजीवन अस्त व्यस्त है। जगह-जगह आवागमन अवरुद्ध है। अधिकांश छात्र प्रवेश नहीं ले पाए हैं। उन्होंने सरकार से मांग की है कि दाखिलों की अंतिम तिथि 15 सितंबर तक बढ़ाई जाए।