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वाशिंगटन, 28 मार्च (आईएएनएस)। अमेरिका के टेनेसी राज्य में सोमवार सुबह एक स्कूल में हुई गोलीबारी में तीन बच्चों और तीन स्टाफ सदस्यों की मौत हो गई।
पुलिस के मुताबिक, शूटर एक नाबालिग लड़की थी। उसके पास दो असॉल्ट-टाइप राइफल्स और एक हैंडगन थी। कानून प्रवर्तन अधिकारियों ने उसे मार गिराया।
शूटिंग नैशविले के एक निजी ईसाई स्कूल में हुई, जो प्री-स्कूल से लेकर छठी कक्षा तक चलता है।
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव काराइन जीन-पियरे ने कहा कि राष्ट्रपति जो बाइडेन को स्कूल में हुई गोलीबारी के बारे में जानकारी दे दी गई है।
पुलिस को पहली कॉल सेंट्रल टाइम 10 बजे के बाद मिली। पुलिस प्रवक्ता डॉन आरोन ने संवाददाताओं से कहा, पुलिस विभाग की प्रतिक्रिया तेज थी।
उन्होंने कहा, गोलियों की आवाज दूसरी मंजिल से आ रही थी। अधिकारी जब वहां पहुंचे, तो उन्होंने एक नाबालिग लड़की को देखा, जो फायरिंग कर रही थी। अधिकारियों ने उसे घेर लिया। जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उसे गोली मार दी।
अमेरिका में स्कूली गोलीबारी दुखद रूप से आम हो गई है। कुछ ही दिन पहले, एक डेनवर स्कूल के प्रशासनिक कर्मचारियों के दो सदस्यों को गोली मारकर घायल करने के बाद 17 वर्षीय एक लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
कनेक्टिकट के सैंडी हुक स्कूल में 2012 के नरसंहार के पीड़ितों के परिवार के सदस्यों द्वारा स्थापित और संचालित सैंडी हुक प्रॉमिस की ओर से कहा गया बंदूक हिंसा और स्कूल में गोलीबारी एक विशिष्ट अमेरिकी महामारी बन गई है।
यहां घातक हथियारों तक आसान पहुंच को बड़े पैमाने पर गोलीबारी का मुख्य कारण माना जा रहा है। बंदूक कानून में सुधार की धीमी गति के कारण यहां शक्तिशाली बंदूक लॉबी बन जाती है।
–आईएएनएस
एसजीके/एएनएम
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