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इस्लामाबाद, 15 मार्च (आईएएनएस)। पाकिस्तान की सूचना मंत्री मरियम औरंगजेब ने बुधवार को दावा किया कि गिलगित-बाल्टिस्तान बल का इस्तेमाल पंजाब पुलिस पर हमला करने के लिए किया जा रहा है, जो पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रमुख इमरान खान को हिरासत में लेने के अदालती आदेशों को लागू करने की कोशिश कर रही है। मीडिया रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है।
मंत्री का संवाददाता सम्मेलन लाहौर में इमरान खान के जमां पार्क आवास के बाहर पीटीआई कार्यकर्ताओं और कानून लागू करने वालों के बीच संघर्ष के बीच हुआ। पुलिस सोमवार को इस्लामाबाद में एक स्थानीय अदालत द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के अनुसरण में पीटीआई प्रमुख को हिरासत में लेने का प्रयास कर रही थी।
डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक, इससे पहले बुधवार को, पीटीआई ने आरोप लगाया कि लाहौर में पार्टी प्रमुख के आवास पर अत्यधिक हमला हुआ था क्योंकि इसने सशस्त्र कानून प्रवर्तन कर्मियों के गोली चलाने के फुटेज पोस्ट किए थे, जिसे डॉन डॉट कॉम द्वारा स्वतंत्र रूप से वेरिफाइड नहीं किया जा सका और यह पता नहीं लगाया जा सका कि क्या आज ऐसा हुआ था।
एक संवाददाता सम्मेलन में, मंत्री ने कहा कि इमरान खान देश में अशांति और अराजकता चाहते हैं।
उन्होंने इमरान खान को गिरफ्तार करने के प्रयास में सरकार की संलिप्तता के आरोपों का खंडन किया। उन्होंने कहा कि पीटीआई प्रमुख कई मामलों में वांछित थे, जिसमें एक जज को धमकी देना, विदेशी फंडिंग और टायरियन व्हाइट और तोशखाना शामिल हैं।
पाकिस्तानी दैनिक की रिपोर्ट के अनुसार, मंत्री ने पीटीआई अध्यक्ष पर जमां पार्क के बाहर झड़पों के दौरान महिलाओं और बच्चों को मानव ढाल के रूप में इस्तेमाल करने का आरोप लगाया।
उन्होंने आगे इमरान के खिलाफ जारी वारंट की एक प्रति लहराई और दावा किया कि अदालत के आदेशों को लागू करने का प्रयास करते समय कम से कम 65 पुलिसकर्मी घायल हो गए।
डॉन की खबर के मुताबिक, औरंगजेब ने दावा किया कि पंजाब पुलिस पर हमला करने के लिए गिलगित-बाल्टिस्तान बल का इस्तेमाल किया जा रहा है, जबकि कानून प्रवर्तन अधिकारी निहत्थे थे।
उन्होंने यह भी जोर देकर कहा कि कानून प्रवर्तन अधिकारी केवल एक आरोपी व्यक्ति को पकड़ने के लिए अदालत के आदेशों का पालन कर रहे थे, जो खुद को बहादुर कहता था, लेकिन अब अपने निवास में छिपा हुआ है।
–आईएएनएस
एसकेके/एएनएम
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