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नई दिल्ली, 30 जनवरी (आईएएनएस)। केंद्रीय पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने सोमवार को राल्फ ब्रिंकहॉस के नेतृत्व में जर्मन फेडरल पार्लियामेंट (बुंडेस्टाग) के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ बैठक की। इसमें सतत विकास के रास्ते तलाशने समेत सर्कुलर अर्थव्यवस्था, सिंगल-यूज प्लास्टिक, फॉरेस्ट मैनेजमेंट एंड क्लाइमेट रिजीलिएंस से निपटने पर ध्यान केंद्रित किया गया।
बैठक में, जर्मन प्रतिनिधिमंडल ने वनों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभाव, पर्यावरण और जलवायु पर अफ्रीका में त्रिपक्षीय सहयोग, सर्कुलर अर्थव्यवस्था, प्लास्टिक के विकल्प, और द्विपक्षीय सहयोग से संबंधित मुद्दों को उठाया।
जर्मन प्रतिनिधिमंडल के सवालों के जवाब में यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किए गए मिशन लाइफ के महत्व पर जोर दिया।
उन्होंने प्लास्टिक कचरे से निपटने, प्लास्टिक के विकल्प, लुप्तप्राय प्रजातियों और वनों के संरक्षण, वन सर्वेक्षण, कृषि-वानिकी के लिए भारत द्वारा उठाए गए विभिन्न कदमों का उल्लेख किया।
अफ्रीका में त्रिपक्षीय सहयोग पर, यादव ने कहा कि बिजली मंत्रालय पहले से ही महाद्वीप में विभिन्न परियोजनाओं पर काम कर रहा है, हालांकि पर्यावरण और जलवायु पर किसी भी त्रिपक्षीय सहयोग के लिए पहले विदेश मंत्रालय से परामर्श करना होगा।
दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि कई क्षेत्रों में उनके साझा हित हैं, और वे जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन, ऊर्जा प्रौद्योगिकी आदि के नए क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करने का पता लगा सकते हैं।
–आईएएनएस
पीके/एसकेपी
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