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नई दिल्ली, 6 दिसंबर (आईएएनएस)। थर्मल इमेजिंग और एनालिटिक्स से मुंह के कैंसर की शुरूआती जांच के लिए एक कम लागत वाली पोर्टेबल हैंड-हेल्ड इमेजिंग डिवाइस विकसित की गई है। यह डिवाइस आईआईटी खड़गपुर से इंफोसिस पुरस्कार विजेता प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती के समूह द्वारा विकसित की गई है। इसके लिए किसी क्लिनिकल इंफ्रास्ट्रक्च र की जरूरत नहीं है।
इस पोर्टेबल डिवाइस का उपयोग प्रारंभिक जोखिम मूल्यांकन और मौखिक कैंसर के चरणों के वर्गीकरण के लिए किया जा सकता है। इस पद्धति को कैंसर के अन्य रूपों तक बढ़ाया जा सकता है। इस डिवाइस ने पहले चरण के क्लीनिकल ट्रायल सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है और अब यह फील्ड ट्रायल मोड में प्रवेश कर गया है।
उन्होंने एक पोर्टेबल स्पिनिंग डिस्क भी विकसित की है जो शारीरिक द्रव की केवल एक बूंद से शरीर के कई पैरामीटरों पर परीक्षण करने में सक्षम है। इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करके सीबीसी को मापने की तकनीक को डिजाइन और मान्य किया गया था। परीक्षण के परिणामों को पढ़ने के लिए एक इलेक्ट्रोकेमिकल सेंसर को एकीकृत किया गया है। इसे डायग्नोस्टिक परीक्षण के लिए प्रयोगशाला सेंट्रीफ्यूज के विकल्प के रूप में डिजाइन किया गया है।
केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय इस समूह ने ऐसे एंटीबायोटिक प्रतिरोध के मूल्यांकन के लिए एक मुड़ा हुआ पेपर-किट विकसित किया है, जो अब एक बढ़ती हुई चुनौती है। यह किट उस पर चिह्न्ति परीक्षण-स्थलों पर केवल रंग परिवर्तन को ही ट्रैक करके किसी भी औषधि के लिए बैक्टीरिया की संवेदनशीलता का आकलन करने में सहायता करती है। इस तरह, 3-4 घंटे के भीतर, उस बैक्टीरिया को मारने के लिए विशिष्ट दवाओं की प्रभावकारिता के लिए उनके उपयोग की ऐसी सिफारिश की जा सकती है, जिससे सही समय पर नैदानिक निर्णय लेने से जीवन रक्षा करने की सुविधा मिलती है।
प्रोफेसर सुमन चक्रवर्ती, जिन्होंने हाल ही में अपने समूह के साथ इंफोसिस पुरस्कार प्राप्त किया है, की कई प्रौद्योगिकियां सामुदायिक स्वास्थ्य-कर्मियों को कतार के अंत में खड़ी दूरस्थ क्षेत्रों की जनसंख्या को स्वास्थ्य-सहायता प्रदान करने में मदद कर रही हैं। उनकी पहल को विशेष रूप से हाल की महामारी ने ट्रिगर किया है।
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के मुताबिक पेपर स्ट्रिप उंगली में सुई चुभाकर निकाले गए रक्त से डायग्नोस्टिक्स के लिए अल्ट्रा-लो-कॉस्ट त्वरित जांच करने वाला रैपिड एक्सट्रीम पॉइंट-ऑफ-केयर डिवाइस एक स्मार्ट फोन आधारित एप के माध्यम से मात्रात्मक रूप से प्लाज्मा ग्लूकोज, हीमोग्लोबिन, क्रिएटिनिन और लिपिड प्रोफाइल को सुई से पेपर-स्ट्रिप पर एकत्रित उंगली से निकाले गए रक्त ( फिंगर-प्रिक ब्लड ) से माप सकता है। ठीक वैसे ही जैसे एक क्रेडिट कार्ड कार्ड रीडर के साथ इंटरफेस करता है, वैसे ही पेपर स्ट्रिप परीक्षण के परिणाम प्राप्त करने के लिए हाथ से पकड़े जाने वाले डिवाइस के साथ सम्पर्क ( इंटरफेस ) करती है। इसका उपयोग जमीनी स्तर पर कई गैर-संचारी रोगों की सामूहिक जांच के लिए किया जा सकता है।
–आईएएनएस
जीसीबी/एएनएम
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