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2023 की पहली तिमाही में 60 फीसदी भारतीय नियोक्ताओं का नई प्रतिभाएं नियुक्त करने का लक्ष्य

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नई दिल्ली, 27 दिसंबर (आईएएनएस)। स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देने के लिए सरकार के सुधारों ने इस क्षेत्र में नई नौकरियों के सृजन को गति दी है और विनिर्माण क्षेत्र में 60 प्रतिशत नियोक्ताओं का लक्ष्य 2023 की पहली तिमाही में अपने संसाधन पूल की भर्ती और विस्तार करना है। मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में यह बात कही गई।

हायरिंग के सकारात्मक रुझान का श्रेय बड़े पैमाने के उद्यमों (69 प्रतिशत), इसके बाद मध्यम (44 प्रतिशत) और छोटे (39 प्रतिशत) व्यवसायों को दिया जाता है।

रोजगार सेवा प्रदाता टीमलीज द्वारा प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार, विनिर्माण और सेवा दोनों क्षेत्रों में संयुक्त रूप से भर्ती करने का इरादा चालू वित्तवर्ष की तीसरी तिमाही में 65 प्रतिशत से बढ़कर चौथी तिमाही में 68 प्रतिशत हो गया।

टीमलीज सर्विसेज के मुख्य व्यवसाय अधिकारी महेश भट्ट ने कहा, वैश्विक रोजगार दर में पिछली कोविड-19 लहर के बाद काफी वृद्धि हुई है और आने वाली तिमाहियों में इसके और मजबूत होने की उम्मीद है। कठोर बाहरी परिस्थितियों के बावजूद घरेलू मांग में वृद्धि के साथ विनिर्माण उद्योग में व्यापक वृद्धि देखे जाने का अनुमान है।

जनवरी-मार्च 2023 की अवधि में विनिर्माण क्षेत्र के नियोक्ता जूनियर स्तर (60 प्रतिशत) और प्रवेश स्तर (55 प्रतिशत) पर भर्ती को लेकर सबसे अधिक उत्साहित हैं, इसके बाद मध्य स्तर (27 प्रतिशत) और वरिष्ठ स्तर पर (24 प्रतिशत) है।

टियर 2 शहरों (73 प्रतिशत), टियर 3 (43 प्रतिशत) और ग्रामीण क्षेत्र (23 प्रतिशत) की तुलना में मेट्रो और टियर 1 शहरों (94 प्रतिशत) में किराए पर लेने का इरादा अधिक है। किराए पर लेने के उच्चतम इरादे वाले शहर मुंबई, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली और पुणे हैं।

टीमलीज सर्विसेज के वाइस प्रेसिडेंट और बिजनेस हेड (कंज्यूमर एंड हेल्थकेयर) बालासुब्रमण्यन ने कहा, चौथी तिमाही के लिए किराए पर लेने की मंशा 3 प्रतिशत बढ़ी है और आने वाली तिमाहियों में भी वृद्धि जारी रहेगी। उत्पादन से जुड़ी प्रोत्साहन योजनाएं, विनिर्माण खंड के लिए वित्तीय प्रोत्साहन के साथ-साथ बजट को संबोधित करने की संभावना है, रोजगार आशावाद को बढ़ावा देगा।

इसके अलावा, क्षेत्र में संघर्षण अधिक संतुलित प्रतीत होता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि हेल्थकेयर और फार्मास्यूटिकल्स के अलावा, जिन्होंने इस साल जुलाई-सितंबर की अवधि के दौरान दोहरे अंकों में नौकरी छोड़ने की दर दिखाई है, विनिर्माण उद्योग में नौकरी छोड़ने की दर एकल अंकों में है।

–आईएएनएस

एसजीके

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