उत्तरकाशी टनल हादसे का आज 12वां दिन है. उम्मीद की जा रही थी कि मजदूर आज सुबह बाहर आ जाएंगे, लेकिन कुछ अड़चन आ जाने के कारण ऐसा नहीं हुआ. एनडीएमए के मेंबर सैयद अता हसनैन के कहा कि अभी भी करीब 17 मीटर की ड्रिलिंग करना बाकी है. अर्थ ऑगर मशीन ठीक से काम कर रही है
उत्तराखंड के टनल में फंसे मजूदरों को लेकर एनडीएमए (राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण) ने एक बार फिर भी तरह के टाइम लाइन को देने से इनकार किया है. एनडीएमए के मेंबर सैयद अता हसनैन के कहा कि अभी भी करीब 17 मीटर तक पहुंचना है. इसके लिए फिलहाल किसी भी तरह का टाइमलाइ देना ठीक नहीं है. हम उम्मीद कर रहे हैं कि सबकुछ ठीक रहा तो संभव है कि कल तक मजदूरों तक पहुंचा जा सकता है. वहीं एनएचएआई के मेंबर विशाल चौहान ने कहा कि टिहरी की ओर से भी पहुंचने की कोशिश की जा रही है. ऐसे में हमारी कोशिश हर उस संभावना को तलाशने की है, जिससे कि मजदूरों तक जल्द से जल्द पहुंचा जा सके.
ड्रिलिंग का काम रुका
ऑगर ड्रिल मशीन का बेस हिलने की वजह से फिलहाल ड्रिलिंग रोक दी गई है। आज की रात भी मजदूरों को सुरंग की कैद में गुजारनी होगी। सचिव नीरज खैरवाल का कहना है कि बेस को मजबूत बनाने का काम जारी है। सुबह छह बजे दोबारा ड्रिल शुरू की जाएगी। इसके बाद कल दिन तक ऑपरेशन सफल होने की संभावना है।
देर रात तक निकाले जा सकते हैं श्रमिक
ड्रिलिंग के दौरान लंबे पाइप के दबाव से मशीन अपनी जगह से हिल गई है। अभी मशीन का बेस मजबूत किया जा रहा है। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, फिलहाल मशीन के सामने कोई बाधा नहीं। ऐसे में रात करीब 12 बजे तक राहत भरी खबर आ सकती है।
मुख्यमंत्री धामी ने सुरंग में फंसे मजदूरों से की बात
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सुरंग में फंसे मजदूरों से बात की। उन्होंने अंदर फंसे श्रमिक गबर सिंह से फोन पर बात कर उनका हौसला बढ़ाया। बताया कि उन्हें पूरी तरह सुरक्षित बाहर लाने के लिए यहां पूरी टीम कोशिश कर रही है। सीएम ने श्रमिकों के स्वास्थ्य का हाल पूछते हुए कहा कि बस अब कुछ देर और अपना हौसला बनए रखें। किसी भी तरह की चिंता न करें।