भारत के कई राज्यों में शुक्रवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसी क्रम में नेपाल की धरती भी कांपी, यहां इसके भयावह परिणाम देखे गए। अब तक इस आपदा में मृतकों की संख्या 129 पहुंच गई है। आपदा को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर दुख व्यक्त किया।
भूकंप की तीव्रता 6.4 आंकी गई।
नेपाल वेबसाइट द काठमांडू पोस्ट के मुताबिक पश्चिमी नेपाल में शुक्रवार देर रात भूकंप की तीव्रता 6.4 आंकी गई। मलबे में दबे लोगों को बचाने के लिए राहत अभियान जारी है।
मलबे में दब दिख रहे वाहन
नेपाल में भूकंप के चलते मलबे में वाहन दब चुके हैं। अपनों की तलाश में अस्पतालों में तगड़ी भीड़ इकट्ठा है। नेपाल प्रधानमंत्री दहल ने घायलों के इलाज के लिए सभी प्रकार के सुविधा मुहैया कराने की बात कही है।
अस्पतालों के बाहर लगी भीड़
भूकंप से नेपाल को भारी नुकसान हुआ है। कहीं इमारत ध्वस्त तो कहीं मलबे में दबे वाहन। अपनों के इलाज के लिए अस्पतालों में पीड़ितों की भारी भीड़ लगी हुई है। नेपाल से आईं तस्वीरें वहां के भयानक मंजर को बयां कर रही हैं।
लगभग 140 लोग घायल
सरकारी नेपाल टेलीविजन के अनुसार, पश्चिमी नेपाल के जजरकोट और रुकुम जिलों में लगभग 140 लोग घायल हुए हैं। सभी का इलाज जारी है।
128 लोगों की मौत हो गई।
नेपाल के जाजरकोट जिले में शुक्रवार आधी रात को आए भीषण भूकंप में से भारी नुकसान हुआ है। आपदा से मरने वालों की संख्या 128 पहुंच गई है।
नेपाल प्रधानमंत्री कमल दहल ने जताया दुख
नेपाल पीएमओ ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि माननीय प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल जी ने शुक्रवार रात 11:47 पर जजरकोट के रामीडांडा में आए भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर गहरा दुख व्यक्त किया है और घायलों तत्काल बचाव और राहत के लिए सभी 3 सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया है।
आधी रात में कांपी धरती
बता दें शुक्रवार की देर रात भारत समेत नेपाल की धरती भी कांपी। यहां यह तीव्रता 6.4 आंकी गई। आपदा को लेकर नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ने भूकंप से हुई मानवीय और भौतिक क्षति पर दुख व्यक्त किया।
घायलों को इलाज के लिए सुरखेत भेजा गया
जाजरकोट के मुख्य जिला अधिकारी ने एएनआई को बताया कि जाजरकोट में कम से कम 34 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है और कई लोग घायल हैं और कुछ गंभीर रूप से घायलों को इलाज के लिए सुरखेत भेजा गया है।
मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका
एजेंसी एएनआई के मुताबिक, रुकुम पश्चिम के मुख्य जिला अधिकारी हरि प्रसाद पंत ने बताया कि रुकुम पश्चिम में कम से कम 36 लोगों की मौत की पुष्टि की गई है। मरने वालों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।
मौत की पुष्टि
नेपाल के पश्चिमी रुकुम में अभी तक 36 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, वहीं दूसरी ओर आपदा से जाजरकोट में 34 लोगों की मौत हुई है।