मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा की तैयारियों के क्रम में ट्रांजिट कैंप का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मौजूद अधिकारियों और कर्मचारियों से कहा कि वे श्रद्धालुओं के प्रति सहयोगात्मक रवैया अपनाएं और यात्रा को सफल बनाने में सक्रिय भूमिका निभाएं।
मुख्यमंत्री ने ट्रांजिट कैंप में यात्रियों की सुविधा हेतु एलईडी स्क्रीन के माध्यम से धार्मिक कार्यक्रमों के प्रसारण के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि यात्रियों को भजन, रामायण, महाभारत, चारधाम यात्रा से जुड़ी कथाओं और आरतियों के माध्यम से आध्यात्मिक अनुभव दिया जाए। साथ ही मौसम से जुड़ी अद्यतन जानकारी भी स्क्रीन पर प्रदर्शित की जाए, ताकि यात्री अपने सफर की योजना सुरक्षित रूप से बना सकें।
चारधाम यात्रा से पूर्व ट्रांजिट कैंप में 24 घंटे रजिस्ट्रेशन और संयुक्त हेल्प डेस्क की व्यवस्था के निर्देश: सीएम धामी
ऋषिकेश। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चारधाम यात्रा की तैयारियों की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को ट्रांजिट कैंप में रजिस्ट्रेशन की सुविधा 24 घंटे चालू रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि यात्रा में आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए हर विभाग समन्वय के साथ कार्य करे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ट्रांजिट कैंप में पुलिस, परिवहन, नगर निगम, स्वास्थ्य, जल, पर्यटन, विद्युत आदि विभागों की संयुक्त हेल्प डेस्क बनाई जाए, जिसे सिंगल विंडो सिस्टम के रूप में संचालित किया जाए। इससे यात्रियों को एक ही स्थान पर सभी जरूरी सेवाएं और जानकारी सुलभ रूप से मिल सकेगी।
उन्होंने अधिकारियों से यह भी कहा कि वे श्रद्धालुओं के प्रति सहयोगात्मक रवैया अपनाएं और यह सुनिश्चित करें कि हर यात्री की यात्रा सुरक्षित, सुगम और यादगार रहे। मुख्यमंत्री ने कहा, “हमारा उद्देश्य है कि श्रद्धालु उत्तराखंड से अच्छे अनुभव के साथ लौटें और राज्य की सकारात्मक छवि पूरे देश में जाए।”
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को चारधाम यात्रा ट्रांजिट कैंप का निरीक्षण करते हुए कई अहम निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ट्रांजिट कैंप परिसर को न केवल यात्रियों की सुविधा का केंद्र बनाया जाए, बल्कि इसे उत्तराखंड की सांस्कृतिक और आर्थिक पहचान से भी जोड़ा जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि ट्रांजिट कैंप परिसर में उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की बिक्री के लिए अलग से स्थान सुनिश्चित किया जाए, जिससे राज्य के शिल्पकारों और उत्पादकों को प्रोत्साहन मिल सके। इसके साथ ही, चारधाम यात्रा से संबंधित प्रचार सामग्री यात्रियों को उपलब्ध कराई जाए, ताकि उन्हें यात्रा के दौरान चारधाम के अलावा अन्य प्रमुख स्थलों की जानकारी भी मिल सके।
सीएम धामी ने परिसर में स्थापित “खोया-पाया केंद्र” को संपूर्ण यात्रा मार्गों से समन्वित करने को कहा, ताकि श्रद्धालुओं को किसी भी सामान के गुम होने पर त्वरित सहायता मिल सके। साथ ही, उन्होंने ट्रांजिट कैंप का संचालन चारधाम से जुड़े सभी जिलों के साथ समन्वय में करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
बुजुर्गों, दिव्यांगों और महिलाओं के लिए विशेष सुविधा
स्थानीय विधायक प्रेमचंद अग्रवाल ने भी यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर मुख्यमंत्री को सुझाव दिए। उन्होंने आग्रह किया कि कैंप में बुजुर्गों, दिव्यांगों और महिलाओं के लिए अलग पंजीकरण काउंटर बनाए जाएं, जिससे उन्हें भीड़भाड़ में कठिनाई न हो। इसके अलावा, उन्होंने सफाई व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने, शौचालयों में अलग सफाईकर्मी की तैनाती, और पेयजल आपूर्ति को निर्बाध बनाए रखने के निर्देश दिए।
विधायक अग्रवाल ने यह भी कहा कि पंजीकरण के दौरान लाइन में अव्यवस्था न हो, इसके लिए आवश्यक संख्या में पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाए।
मुख्यमंत्री ने इन सभी सुझावों को गंभीरता से लेते हुए अधिकारियों को निर्देशित किया कि श्रद्धालुओं को हर स्तर पर बेहतर सुविधा और सुरक्षित वातावरण उपलब्ध कराया जाए, जिससे वे उत्तराखंड से सकारात्मक अनुभव लेकर लौटें।