देहरादून में डेंगू ने एक बार फिर पांव पसार लिए हैं। डेंगू और मलेरिया जैसे लक्षणों वाले मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। दून अस्पताल में पिछले 12 दिनों के भीतर 180 मरीजों में डेंगू के लक्षण दिखाई दिए, जिनका एलाइजा परीक्षण कराया गया। साथ ही, अस्पताल में रोजाना चार से पांच मरीजों में मलेरिया की पुष्टि भी हो रही है। शहर में अप्रैल महीने से ही डेंगू और मलेरिया के समान लक्षण वाले लोग सामने आ रहे हैं। दून अस्पताल के मेडिसन विभाग की ओपीडी में इन मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है, जिस पर चिकित्सकों ने गहरी चिंता व्यक्त की है। प्राप्त जानकारी के अनुसार, 1 से 12 अप्रैल तक दून अस्पताल में 180 मरीजों का एलाइजा परीक्षण कराया गया, जिनमें डेंगू की पुष्टि हुई है।
डेंगू के लक्षण कैसे पहचानें
दून अस्पताल के मेडिसन विभाग के चिकित्सक डॉ. विजय भंडारी के अनुसार, डेंगू और मलेरिया के लक्षण लगभग समान होते हैं। इन बीमारियों की चपेट में आने वाले मरीजों को शुरूआत में ठंड के साथ तेज बुखार, उल्टी, शरीर में दर्द, पेट में सूजन, लीवर में वृद्धि और त्वचा पर लाल दाने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। डेंगू का एक विशिष्ट लक्षण यह है कि प्रभावित मरीज को 8 से 10 घंटे के अंतराल में केवल एक से डेढ़ घंटे के लिए ही बुखार आता है।
बचाव के उपाय
- घर में पानी जमा न होने दें।
- अधिक से अधिक तरल पदार्थ का सेवन करें।
- हल्का और शुद्ध आहार लें।
- मच्छरदानी का उपयोग करें।
यह है डेंगू का एलाइजा टेस्टयह एक विशेष प्रकार की रक्त जांच होती है, जिसका उपयोग डेंगू वायरस के लिए एंटीबॉडी या एंटीजन की पहचान करने के लिए किया जाता है। यह परीक्षण दो प्रकार से किया जाता है—एनएस-1 एलाइजा और आईजीएम एलाइजा। डेंगू की सही पुष्टि के लिए इस जांच का उपयोग किया जाता है।