आजकल के जीवनशैली में अधिकांश लोग अस्वास्थ्यकर खाद्य पदार्थों को अपनी डाइट में शामिल कर रहे हैं, चाहे इसके पीछे उनकी समझ की कमी हो या फिर व्यस्त दिनचर्या। इन खाद्य पदार्थों में शक्कर, रिफाइंड कार्ब्स, सीड तेल और विभिन्न रसायन शामिल होते हैं, जिनमें प्रोटीन की मात्रा अत्यंत कम होती है। इसके परिणामस्वरूप वसा और सूजन उत्पन्न करने वाले खाद्य पदार्थों का सेवन बढ़ जाता है और पोषक तत्वों से भरपूर और संतोषजनक भोजन की कमी हो जाती है। यदि शरीर को पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन नहीं मिलती, तो शरीर में कई प्रकार के परिवर्तन होते हैं जो संकेत करते हैं कि प्रोटीन की कमी हो चुकी है और इसके सेवन को बढ़ाना आवश्यक हो गया है।
1. मूड स्विंग्स
प्रोटीन की कमी से ब्रेन के सिग्नल प्रभावित होते हैं, जिससे हार्मोनल असंतुलन होता है और मूड स्विंग्स का अनुभव होता है। यदि आपको अचानक मूड चेंजेस महसूस होने लगें, तो यह प्रोटीन की कमी का संकेत हो सकता है।
2. थकान और कमजोरी
प्रोटीन की कमी के कारण मांसपेशियों का विकास सही से नहीं हो पाता, जिससे शरीर की सक्रियता और ताकत में कमी आती है। इससे आपको थकान और कमजोरी महसूस हो सकती है।
3. भूख
प्रोटीन पेट को लंबे समय तक भरा हुआ महसूस कराता है, लेकिन प्रोटीन की कमी होने पर अनावश्यक भूख लगने लगती है। इससे ओवरइटिंग और वजन बढ़ने की समस्या उत्पन्न हो सकती है।
4. कमज़ोर इम्यून सिस्टम
प्रोटीन का शरीर के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका होती है। बार-बार बीमार पड़ना या इन्फेक्शन की समस्याएँ प्रोटीन की कमी का संकेत हो सकती हैं।
5. शुगर और कार्ब्स की क्रेविंग
प्रोटीन की कमी से शरीर को शुगर और कार्ब्स की बार-बार क्रेविंग होती है, क्योंकि ये जल्दी ऊर्जा प्रदान करते हैं और ब्लड शुगर लेवल को तेजी से बढ़ाते हैं।
इन संकेतों को नजरअंदाज न करें और प्रोटीन की उचित मात्रा को अपनी डाइट में शामिल करें, ताकि आप स्वस्थ और सक्रिय रह सकें।