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गोवा स्पीकर ने पहली बार अयोग्यता याचिका पर सुनवाई की, जवाब दाखिल करने के लिए 30 दिनों का समय दिया

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पणजी, 16 दिसम्बर (आईएएनएस)। गोवा विधानसभा अध्यक्ष रमेश तावड़कर ने शुक्रवार को कांग्रेस के दो बागी विधायकों के खिलाफ दायर अयोग्यता याचिका पर पहली सुनवाई की है और उन्हें जवाब दाखिल करने के लिए 30 दिनों का समय दिया है।

कांग्रेस ने 11 जुलाई 2022 को पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत और माइकल लोबो के खिलाफ पार्टी विरोधी गतिविधियों के लिए अयोग्यता याचिका दायर की थी। तावड़कर ने शुक्रवार को पत्राकारों से बातचीत के दौरान कहा कि जुलाई में कांग्रेस द्वारा दायर अयोग्यता याचिका की पहली सुनवाई हुई और प्रतिवादी को 30 दिन का समय दिया गया है।

तावड़कर ने कहा कि दोनों के वकील सुनवाई के लिए उपस्थित हुए। उन्होंने जवाब दाखिल करने के लिए 30 दिनों का समय मांगा, जो उन्हें दिया गया है। वकीलों को अध्ययन के एक प्रति भी दी गई है। उन्होंने कहा कि अन्य अयोग्यता याचिकाओं पर भी जल्द सुनवाई की जाएगी।

कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि कामत और माइकल लोबो ने कांग्रेस विधायकों को तोड़ने के लिए भाजपा के साथ सांठगांठ कर साजिश रची थी। बाद में 14 सितंबर को मडगांव के विधायक दिगंबर कामत और कैलंगुट के विधायक माइकल लोबो के साथ-साथ अन्य छह विधायक दलीला लोबो, केदार नाइक, संकल्प अमोनकर, राजेश फलदेसाई, अलेक्सो सेक्वेरा और रूडोल्फ फर्नांडीस भाजपा में शामिल हो गए थे।

गोवा कांग्रेस के प्रमुख अमित पाटकर के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट के फैसले में कहा गया है कि पार्टी विरोधी गतिविधियां स्वेच्छा से पार्टी की सदस्यता छोड़ने के बराबर हैं। पाटकर ने कहा था, हमारे पास यह साबित करने के लिए सबूत हैं कि दोनों पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल थे और विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे थे।

इसके अलावा, कांग्रेस ने 9 दिसंबर को गोवा विधानसभा के समक्ष उन सभी आठ विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की जो 14 सितंबर को भाजपा में चले गए थे। इन आठ विधायकों के खिलाफ कांग्रेस के पूर्व सचिव गिरीश चोडनकर और डोमिनिक नोरोन्हा द्वारा दो और व्यक्तिगत याचिकाएं दायर की गई थीं।

–आईएएनएस

एफजेड/एएनएम

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